
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत की चौथी पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि जनरल रावत की कर्तव्यनिष्ठा, अनुशासन और देशभक्ति की मिसाल हमेशा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।
सोमवार को देहरादून के कनक चौक स्थित पार्क में मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय बिपिन रावत की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उनके अदम्य साहस, नेतृत्व क्षमता और राष्ट्र के प्रति सर्वोच्च समर्पण को स्मरण करते हुए कहा कि जनरल रावत उत्तराखंड और पूरे देश के लिए गौरव का प्रतीक थे। उन्होंने कहा कि उनका जीवन अनुशासन, कर्तव्यनिष्ठा और देशभक्ति की प्रेरणादायक मिसाल है, जो सदैव राष्ट्र सेवा के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करेगा। मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों, सैनिकों और नागरिकों के साथ दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शहीदों के सम्मान में राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।

पौड़ी गढ़वाल विकास समिति एवं अलकनंदा-मंदाकिनी विकास समिति ने संयुक्त रूप से भी कार्यक्रम आयोजित कर देश के प्रथम सीडीएस स्वर्गीय बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए गए और उनके योगदान को याद किया गया। शहीद स्थल पर पंडित मुकेश नौटियाल द्वारा हवन कराया गया, जिसमें विभिन्न संगठनों ने भी स्वर्गीय रावत को याद करते हुए पुष्प अर्पित किए और समिति द्वारा उपस्थित लोगों में प्रसाद वितरित किया गया।
पौड़ी गढ़वाल विकास समिति के अध्यक्ष एवं पालिका सभासद अमित भट्ट ने कहा कि स्वर्गीय बिपिन रावत की पुण्यतिथि पर हर साल शहीद स्थल पर यह श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, ताकि उनके योगदान को याद किया जा सके। उन्होंने कहा कि हवन का आयोजन उनकी आत्मा की शांति के लिए किया गया। पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल ने कहा कि देश के प्रथम सीडीएस उत्तराखंड के गौरव थे और असमय देश ने एक वीर सपूत खो दिया।

इस अवसर ने न केवल उनके साहस और कर्तव्यनिष्ठा को याद किया बल्कि यह भी याद दिलाया कि ऐसे वीर राष्ट्रसेवक सदैव देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।

