
गोवा के पणजी में अरपोरा नदी के पास स्थित ‘बर्च बाई रोमियो लेन’ नाइट क्लब में शनिवार देर रात भयानक आग लग गई, जिसने कई परिवारों की खुशियों को राख में बदल दिया। उस समय क्लब में 200 से अधिक लोग मौजूद थे। आग की पहली लपटें क्लब की पहली मंजिल पर उठीं, जबकि डांस फ्लोर पर सौ से अधिक पर्यटक मस्ती में मग्न थे। देखते ही देखते पूरे क्लब में घना धुआं भर गया और वहां भगदड़ मच गई। इस भयानक अग्निकांड में कुल 25 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।

उत्तराखंड इस हादसे से सबसे अधिक प्रभावित हुआ। मृतकों में नौ उत्तराखंडी शामिल थे, जिनमें पांच युवक ऐसे थे जो रोजगार के सिलसिले में गोवा आए थे। इनमें पिथौरागढ़ के गुरना क्षेत्र के जमराड़ी सिमली निवासी सुरेंद्र सिंह शामिल थे, जो बीते सप्ताह शेफ की नौकरी के लिए बेंगलुरु से गोवा पहुंचे थे। सुरेंद्र पहले चार साल जर्मनी में काम कर चुके थे, लेकिन वीजा संबंधी दिक्कतों के कारण विदेश नहीं जा पा रहे थे। उनका हाल ही में विवाह हुआ था। इसके अलावा बाराकोट के नेत्र सलान निवासी मनीष सिंह महर भी इस हादसे में अपनी जान गंवा बैठे।
अग्निकांड में अल्मोड़ा के द्वाराहाट मूल निवासी विनोद कबड़वाल और उनके रिश्तेदारों की भी मौत हुई। विनोद, उनकी पत्नी भावना और पत्नी की तीन बहनों, कमला, अनीता और सरोज की मौत हो गई। इसके अलावा गढ़वाल मंडल के पौड़ी के छानी निवासी 29 वर्षीय सुमित नेगी, देवप्रयाग ब्लॉक के संकुल्ड गांव के 24 वर्षीय जितेंद्र सिंह और टिहरी गढ़वाल के चाह गडोलिया के 27 वर्षीय सतीश राणा भी इस हादसे में अपनी जान से हाथ धो बैठे।

उत्तराखंड के नौ लोगों की मौत से उनके परिवारों पर गहरा मातम छा गया। मृतकों के शव सोमवार को उनके घर पहुंचाए गए और उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस अग्निकांड ने न केवल गोवा बल्कि पूरे उत्तराखंड में कोहराम मचा दिया है। युवा रोजगार की तलाश में अपने घर से दूर गए थे, लेकिन इस हादसे ने उनके परिवारों के लिए अनमोल जिंदगी छीन ली।

